कुछ कर के दिखाना हैं ...

कुछ  कर के दिखाना हैं ...

दुनिया को हिलाना हैं, कुछ  कर के दिखाना हैं ...


वर्तमान में दानव चार,
गरीबी, अशिक्षा, साम्प्रदायिकता और भ्रष्टाचार |
बन जाओ राम और कृष्ण,
ले धनुष बाण और चक्र कर दो इनका संहार |
समाज से इनका नामो निशाँ मिटाना हैं...
कुछ  कर के दिखाना हैं ...


 सोते हुए शेरो जागो, उठो और मंजिल की और भागो...
यह समय नहीं हे सोने का न रोने का न धोने का...
लग जाओ पूरी ताकत से यह समय हे परिवर्तन लाने का..
मुश्किलों के दलदल में मेहनत के दम पर खुशियों के कमल खिलाना हैं
कुछ  कर के दिखाना हैं ...

गर जो मिले असफलता एक कदम पर फिर भी तुम न घबराना...
निश्चित हैं यह असफलता के बाद सफलता का आना...
मेहनत करने वालो की होती नहीं हार है..
बस थोड़ी सी मेहनत की और दरकार हैं..
क्योंकि हमे गगन को धरती से मिलाना हैं
कुछ  कर के दिखाना हैं ...